गर्मियों का सदुपयोग

मार्च, १९८० में बनारस हिन्दू विश्‍वविद्यालय के मददगार मित्र एस.नागराज ने 'राइट पैटर्सन एयर फोर्स बेस` पर व्याख्यान देने डॉ. घासीराम को बुलाया। उनके व्याख्यान से प्रभावित हो एक ग्रुप के इंचार्ज ने रिसर्च कार्य हेतु ग्रुप के साथ काम करने का आंमत्रण वर्मा को दिया। तब से लेकर गर्मियों की छुटि्टयों में डॉ. वर्मा ने सात-आठ साल तक लगातार उस ग्रुप के साथ काम किया।

बाद में समर फेकल्टी रिसर्च प्रोग्राम के तहत नेवल अंडर सी वार फेयर सेंटर से वर्मा को ग्रांट मिली। तीन साल गर्मियों में वहां काम किया। कठोर मेहनत व तीक्ष्ण बुद्धि के बल पर डॉ. वर्मा ने हर जगह अपना लोहा मनाया।